हरीश हांडे ने मैगसेसे पुरस्कार उन नौजवानों को समर्पित किया है, जो ग्रामीणों के लिए कुछ करना चाहते हैं....44 वर्षीय हांडे, एक सौर ऊर्जा कंपनी चलाते हैं जिसने क़रीब 1,20,000 घरों में रोशनी पहुंचाने में मदद की है.
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भारत में करीब 70 प्रतिशत गांवों में बिजली नहीं है. सौर ऊर्जा के माध्यम पैदा होने वाली बिजली से जहां बच्चे दिन ढलने के बाद पढ़ाई कर सकते हैं, वहीं सिलाई-कढ़ाई का काम कर पैसा कमाने वाली महिलाओं और बीड़ी बनाने वाले मज़दूरों के लिए इसका मतलब है कि वो ज़्यादा देर तक काम कर सकते है और अच्छी कमाई कर सकते है.
हरीश हांडे ने कहा "अपनी ज़िंदगी की सबसे बड़ी सीख मुझे बैंगलोर में पानी-पुरी बेचने वाली एक महिला से मिली. जब मैंने उन्हें सौर ऊर्जा से होने वाले लाभ के बारे में बताया तो उसने कहा कि महीने के 300 रुपए देना उसकी जेब पर बहुत भारी पड़ेगा, लेकिन रोज़ के दस रुपए देने में उन्हें कोई समस्या नहीं थी. उनकी बातें सुन कर मुझे लगा कि ग़रीबों तक तकनीक पहुंचाने के साथ साथ उन्हें वित्तीय अनाधीनता देना भी बहुत ज़रुरी है. मुझे लगा कि अगर मैं उस महिला को प्रतिदिन दस रुपए में चार घंटे के लिए बिजली पहुंचा सकता हूं, तो उसे फ़ायदा ही होगा क्योंकि वो कैरोसीन में 15 रुपए से ज़्यादा ख़र्च करती थी. और बस, वहीं से मेरे सफ़र की शुरुआत हुई.'
http://www.bbc.co.uk/hindi/new s/2011/07/110728_magsaysay_da. shtml
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भारत में करीब 70 प्रतिशत गांवों में बिजली नहीं है. सौर ऊर्जा के माध्यम पैदा होने वाली बिजली से जहां बच्चे दिन ढलने के बाद पढ़ाई कर सकते हैं, वहीं सिलाई-कढ़ाई का काम कर पैसा कमाने वाली महिलाओं और बीड़ी बनाने वाले मज़दूरों के लिए इसका मतलब है कि वो ज़्यादा देर तक काम कर सकते है और अच्छी कमाई कर सकते है.
हरीश हांडे ने कहा "अपनी ज़िंदगी की सबसे बड़ी सीख मुझे बैंगलोर में पानी-पुरी बेचने वाली एक महिला से मिली. जब मैंने उन्हें सौर ऊर्जा से होने वाले लाभ के बारे में बताया तो उसने कहा कि महीने के 300 रुपए देना उसकी जेब पर बहुत भारी पड़ेगा, लेकिन रोज़ के दस रुपए देने में उन्हें कोई समस्या नहीं थी. उनकी बातें सुन कर मुझे लगा कि ग़रीबों तक तकनीक पहुंचाने के साथ साथ उन्हें वित्तीय अनाधीनता देना भी बहुत ज़रुरी है. मुझे लगा कि अगर मैं उस महिला को प्रतिदिन दस रुपए में चार घंटे के लिए बिजली पहुंचा सकता हूं, तो उसे फ़ायदा ही होगा क्योंकि वो कैरोसीन में 15 रुपए से ज़्यादा ख़र्च करती थी. और बस, वहीं से मेरे सफ़र की शुरुआत हुई.'
http://www.bbc.co.uk/hindi/new
Harish Hande
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